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नीति समाधान

ऑल-रिस्क पैरामीट्रिक बीमा

निधि पोषण और वित्त पोषण

सारांश

पैरामीट्रिक बीमा पूर्व-निर्धारित ट्रिगर घटनाओं के आधार पर पेआउट का निर्धारण करता है। यह ट्रिगर मौसम या प्राकृतिक घटना के सूचकांक पर आधारित है, जिसके द्वारा पॉलिसीधारक वास्तविक नुकसान के आकलन के बिना पहचाने गए ट्रिगर के अनुमानित वित्तीय नुकसान के खिलाफ सुरक्षा प्राप्त करता है।

क्रियान्वयन

जोखिम पूल में विविधता लाने और उसका विस्तार करने के लिए पैरामीट्रिक बीमा का उपयोग करें। पैरामीट्रिक बीमा विशिष्ट जलवायु जोखिम से रक्षा कर सकता है या बड़े पैमाने पर आपदा जोखिम में कमी और अनुकूलन में सहयोग कर सकता है।

उपयोग के विचार

पैरामीट्रिक बीमा जोखिम प्रबंधन के लिए एक नया प्रस्ताव है और इसके असर के बारे में अभी भी अध्ययन किया जा रहा है। सरकारें आपत्तिजनक जोखिम और वित्त आपदा जैसी स्तिथियों का प्रबंधन करने के लिए पैरामीट्रिक बीमा का इस्तेमाल कर सकती हैं। पैरामीट्रिक बीमा का भुगतान पारंपरिक बीमा दावों की तुलना में तेजी से किया जा सकता हैं क्योंकि भुगतान पहले से निर्धारित फॉर्मूला पर आधारित होते हैं।

अवलोकन

  • जलवायु:

    गर्म/नम, गर्म/सूखा, ठंडा, संयमित
  • नीति लीवर:

    निधि पोषण और वित्त पोषणजोखिम ट्रांसफर की प्रणाली सहित परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए सार्वजनिक या परोपकारी कोष या निजी वित्त का आवंटन।
  • ट्रिगर बिंदु:

    तैयारी के उपाय (कार्य करने के लिए प्राधिकरण स्थापित करने के कार्य)उचित ट्रिगर-पॉइंट होने की स्थिति में कार्रवाई के लिए प्राधिकरण स्थापित करने/सुनिश्चित करने के लिए कार्य।
  • हस्तक्षेप के प्रकार:

    योजना/नीति
  • सेक्टर:

    आपदा जोखिम प्रबंधन

केस अध्ययन

प्रभाव

  • लक्षित लाभार्थी:

    किराएदार, निवासी, व्यवसाय के मालिक, संपत्ति के मालिक
  • प्रभाव का चरण:

    आपातकालीन प्रतिक्रिया व प्रबंधन
  • मेट्रिक्स:

    इंडेक्स मूल्य में परिवर्तन, भुगतान किए गए दावों और वास्तविक नुकसानों का अंतर

क्रियान्वयन

  • हस्तक्षेप का स्तर:

    क्षेत्र, राज्य/प्रांत
  • प्राधिकरण व प्रशासन:

    राज्य/प्रांतीय सरकार, राष्ट्रीय सरकार
  • कार्यान्वयन की समयरेखा:

    अल्पकालिक (1-2 वर्ष)
  • कार्यान्वयन के हितधारक:

    उद्योग, राज्य/प्रांतीय सरकार, राष्ट्रीय सरकार, शहर की सरकार
  • धन के स्रोत:

    निजी निवेश, सार्वजनिक निवेश
  • कार्य करने की क्षमता:

    उच्च

लाभ

  • लागत-लाभ:

    मध्यम
  • सबका भला:

    N/A
  • जीएचजी में कमी:

    N/A
  • सह-लाभ (जलवायु/पर्यावरण):

    N/A
  • सह-लाभ (सामाजिक/आर्थिक):

    गरीबी कम करें, संपत्ति के मूल्यों को बढ़ाएं