One Billion People More Resilient
green space in Singapore
नीति समाधान

शहरी परिवेश की सेवाओं के लिए भुगतान (PUES)

निधि पोषण और वित्त पोषण

सारांश

PUES जमीन के मालिकों को प्राकृतिक संसाधन बनाए रखने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन देने की विधि है, जिनका पारंपरिक बाजार मूल्य नहीं है। PUES में स्थापना, रखरखाव, या हरित ढांचे में सुधार के लिए वित्तपोषण शामिल हो सकता है।

क्रियान्वयन

पात्रता पूरी करने वाले भूमिमालिकों को पीयूईएस प्रदान करने का कार्यक्रम स्थापित करें। शहरी परिवेश से लाभ अर्जित करने वाले भूमिमालिकों और अन्य हितधारकों के बीच उच्च स्तर के तालमेल की जरूरत हो सकती है। घनत्व, भूमि का मूल्य, और भूमि की अवधि निर्धारित करती है कि कौन सी पीयूईएस परियोजनाएं व्यवहारिक हैं।

उपयोग के विचार

पार्क डिजाइन और निर्माण करना बहुत खर्चीला हो सकता है, लेकिन इससे बढ़े हुए संपत्ति मूल्यों और वित्तपोषण समाधानों के माध्यम से वित्त पोषण के कई अवसर मिलते हैं। पार्कों को निरंतर रखरखाव की जरूरत पड़ती है।

अवलोकन

  • जलवायु:

    गर्म/नम, गर्म/सूखा, ठंडा, संयमित
  • नीति लीवर:

    निधि पोषण और वित्त पोषणजोखिम ट्रांसफर की प्रणाली सहित परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए सार्वजनिक या परोपकारी कोष या निजी वित्त का आवंटन।
  • ट्रिगर बिंदु:

    पर्याप्त पुनर्वासपुनर्विकास या बड़ी पुनर्निर्माण परियोजनाएं शामिल हैं।
    बड़ी शहरी इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं का मूल्यांकन या शुरुआतइसमें सिटी ट्रांजिट, स्ट्रीट या यूटिलिटीज निर्माण/पुनर्निर्माण आदि जैसी परियोजनाएं शामिल हैं।
    योजनाबद्ध नए विकासग्रीनफील्ड या ब्राउनफील्ड विकास या नया निर्माण शामिल है
  • हस्तक्षेप के प्रकार:

    हरित/प्राकृतिक इन्फ्रास्ट्रक्चर
  • सेक्टर:

    आर्थिक विकास, पार्क, लोक निर्माण

प्रभाव

  • लक्षित लाभार्थी:

    किराएदार, निवासी, व्यवसाय के मालिक, संपत्ति के मालिक
  • प्रभाव का चरण:

    जोखिम में कमी और शमन
  • मेट्रिक्स:

    टाली गई लागत

क्रियान्वयन

  • हस्तक्षेप का स्तर:

    स्थल
  • प्राधिकरण व प्रशासन:

    नगर सरकार
  • कार्यान्वयन की समयरेखा:

    अल्पकालिक (1-2 वर्ष)
  • कार्यान्वयन के हितधारक:

    निजी डेवलपर, शहर की सरकार, संपत्ति के मालिक और प्रबंधक
  • धन के स्रोत:

    निजी निवेश, सार्वजनिक निवेश
  • कार्य करने की क्षमता:

    उच्च

लाभ

  • लागत-लाभ:

    मध्यम
  • सबका भला:

    मध्यम
  • जीएचजी में कमी:

    N/A
  • सह-लाभ (जलवायु/पर्यावरण):

    जैव विविधता का संरक्षण करें, हवा एवं पानी के प्रदूषण को कम करें
  • सह-लाभ (सामाजिक/आर्थिक):

    मानव स्वास्थ्य में सुधार लाएं, संपत्ति के मूल्यों को बढ़ाएं, सामुदायिक क्षमता का निर्माण करें, सार्वजनिक क्षेत्र में सुधार लाएं