नीति समाधान
भवन ऑपरेटर प्रशिक्षण
कार्यबल विकास
Case Studies
सारांश
एनर्जी एफिशियंट भवन स्थापित करने से शहरों में हीट आईलैंड प्रभाव कम होता है, हालाँकि इन आधुनिक संरचनाओं को स्थापित करने और बनाए रखने के लिए कुशल कार्यबल की जरूरत होती है। सरकार ऑपरेटर्स और मेंटेनेंस स्टाफ के कार्यबल का निर्माण करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों का विकास कर सकती है, ताकि वो ठंडक देने वाले बुनियादी ढांचे की स्थापना और रखरखाव का काम संभाल सकें।
क्रियान्वयन
उपकरण की एफिशियंसी, भवन आवरण में सुधार, आपातकालीन प्रबंधन आदि पर केंद्रित प्रशिक्षण के कोर्स डिजाइन करें और उनका क्रियान्वयन करें।
उपयोग के विचार
एक शैक्षणिक संस्थान और मालिकों के साथ भागीदारी करने पर विचार करें।
अवलोकन
जलवायु:
गर्म/नम, गर्म/सूखा, ठंडा, संयमितनीति लीवर:
कार्यबल विकासकार्यबल बढ़ाने और कौशल विकास, प्रशिक्षण एवं शिक्षा में सहयोग करने वाले कार्यक्रम व निवेश।ट्रिगर बिंदु:
शहरी योजना की प्रक्रियाएंजलवायु कार्य योजना का विकास, शून्य-ऊर्जा का मार्ग, मास्टर प्लान, ट्रांज़िट योजना, ऊर्जा मानचित्रण आदि जैसे शहरी अभियान शामिल हैं।हस्तक्षेप के प्रकार:
भवन और निर्मित स्वरूपसेक्टर:
भवन, लोक निर्माण
केस अध्ययन
प्रभाव
लक्षित लाभार्थी:
गर्मी से असुरक्षित समुदाय, निवासीप्रभाव का चरण:
जोखिम में कमी और शमनमेट्रिक्स:
प्रशिक्षित हुए कर्मियों की संख्या
क्रियान्वयन
हस्तक्षेप का स्तर:
शहरप्राधिकरण व प्रशासन:
नगर सरकार, राज्य/प्रांतीय सरकारकार्यान्वयन की समयरेखा:
मध्यम अवधि (3-9 वर्ष)कार्यान्वयन के हितधारक:
उद्योग, राज्य/प्रांतीय सरकार, शहर की सरकारधन के स्रोत:
सार्वजनिक निवेशकार्य करने की क्षमता:
उच्चलाभ
लागत-लाभ:
मध्यमसबका भला:
उच्चजीएचजी में कमी:
N/Aसह-लाभ (जलवायु/पर्यावरण):
N/Aसह-लाभ (सामाजिक/आर्थिक):
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