नीति समाधान
ऊष्मा आपातकाल प्रतिक्रिया योजना
प्रतिबद्धता
सारांश
गर्मियों के लिए आपातकाल प्रतिक्रिया योजना बनाने से सरकारों को हीट वेव का अनुमान लगाने और जनहानि को रोकने में मदद मिल सकती है। एक गर्मी आपातकाल प्रतिक्रिया योजना कमजोर आबादियों की पहचान करेगी, पूर्वानुमान और हीट वेव को श्रेणीबद्ध करने के मानक तय करेगी, और अत्यधिक गर्मी के कारण होने वाली घटनाओं के दौरान विभिन्न अंशधारकों की भूमिका व जिम्मेदारियाँ तय करेगी।
क्रियान्वयन
स्थानीय, क्षेत्रीय, राजकीय/प्रांतीय, और/या राष्ट्रीय इकाईयों के साथ समन्वय करके हीट इमरजेंसी रिस्पॉन्स प्लान तैयार करें।
उपयोग के विचार
समय के साथ ताप जोखिम अनुमान बदल सकते हैं। इस अनिश्चितता को देखते हुए, अनुकूलन और लचीलेपन की अनुमति देने के बजाय दिशानिर्देश बनाने की सिफारिश की जाती है। अधिकतम सटीकता के लिए, समय के साथ दिशानिर्देशों को अपडेट करें।
अवलोकन
जलवायु:
गर्म/नम, गर्म/सूखा, ठंडा, संयमितनीति लीवर:
प्रतिबद्धतासरकारें प्राथमिकीकरण और निवेश के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित कर सकती हैं।ट्रिगर बिंदु:
तैयारी के उपाय (कार्य करने के लिए प्राधिकरण स्थापित करने के कार्य)उचित ट्रिगर-पॉइंट होने की स्थिति में कार्रवाई के लिए प्राधिकरण स्थापित करने/सुनिश्चित करने के लिए कार्य।शहरी योजना की प्रक्रियाएंजलवायु कार्य योजना का विकास, शून्य-ऊर्जा का मार्ग, मास्टर प्लान, ट्रांज़िट योजना, ऊर्जा मानचित्रण आदि जैसे शहरी अभियान शामिल हैं।हस्तक्षेप के प्रकार:
योजना/नीतिसेक्टर:
अनौपचारिक बस्तियाँ, आपदा जोखिम प्रबंधन, सार्वजनिक स्वास्थ्य
केस अध्ययन
प्रभाव
लक्षित लाभार्थी:
गर्मी से असुरक्षित समुदाय, निवासीप्रभाव का चरण:
आपातकालीन प्रतिक्रिया व प्रबंधनमेट्रिक्स:
गर्मी से होने वाली मौतों में कमी
क्रियान्वयन
हस्तक्षेप का स्तर:
क्षेत्र, राज्य/प्रांत, शहरप्राधिकरण व प्रशासन:
नगर सरकार, राज्य/प्रांतीय सरकार, राष्ट्रीय सरकारकार्यान्वयन की समयरेखा:
अल्पकालिक (1-2 वर्ष)कार्यान्वयन के हितधारक:
उद्योग, जनता, राज्य/प्रांतीय सरकार, राष्ट्रीय सरकार, शहर की सरकार, संपत्ति के मालिक और प्रबंधक, सीबीओधन के स्रोत:
सार्वजनिक निवेशकार्य करने की क्षमता:
उच्च, मध्यमलाभ
लागत-लाभ:
कमसबका भला:
उच्चजीएचजी में कमी:
N/Aसह-लाभ (जलवायु/पर्यावरण):
N/Aसह-लाभ (सामाजिक/आर्थिक):
मानव स्वास्थ्य में सुधार लाएं, सामाजिक एकता का निर्माण करें, सामुदायिक क्षमता का निर्माण करें