एनर्जी एफिशियंट भवन कोड
प्रोत्साहन
सारांश
ज्यादा एनर्जी एफिशियंट भवन एनर्जी कोड्स की स्थापना ठंडक प्रदान करने वाली रणनीतियों का क्रियान्वयन बढ़ा सकती हैं। मैकेनिकल कूलिंग अक्सर पूरे भवन में ऊर्जा के कुल उपयोग का एक बड़ा हिस्सा खर्च करती है। ज्यादा एनर्जी एफिशियंट डिज़ाईन और टेक्नॉलॉजी, जैसे पैसिव कूलिंग और उपयोग के माप के लिए सेंसर सिस्टम अपनाने से अपशिष्ट हीट को कम कर कुल हीट गेन में कमी लाई जा सकती है, और भवन के कूलिंग लोड को न्यूनतम किया जा सकता है।
क्रियान्वयन
संपत्ति के मालिकों और विकास को ज्यादा कठोर (जिन्हें स्ट्रेच भी कहा जाता है) एनर्जी कोड्स का पालन करने के लिए संपत्ति कर में छूट, त्वरित अनुमति, और तकनीकी प्रक्षिक्षण के माध्यम से प्रोत्साहन दें।
उपयोग के विचार
इस हस्तक्षेप का नए विकास के साथ बढ़ती या निरंतर वृद्धि की आशंका वाले भौगोलिक क्षेत्रों में सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा। पर्याप्त क्षमता या नियमों को अपनाने के अधिकार के बिना शासी निकाय स्वैच्छिक आवश्यकताओं पर विचार कर सकते हैं। ऊर्जा कुशल बिल्डिंग कोड विशेष रूप से गर्म और आर्द्र जलवायु में प्रभावशाली होते हैं जहां यांत्रिक शीतलन ऊर्जा लागत का एक अहम हिस्सा बनाता है।
अवलोकन
जलवायु:
गर्म/नम, गर्म/सूखा, ठंडा, संयमितनीति लीवर:
प्रोत्साहनहीट रिस्क रिडक्शन एवं तैयारी के समाधानों के क्रियान्वयन का अंशधारकों को प्रोत्साहन देने के लिए वित्तीय और गैरवित्तीय प्रोत्साहन, जिनमें छूट, टैक्स क्रेडिट, त्वरित अनुमति, विकास/ज़ोनिंग बोनस आदि शामिल हैं।ट्रिगर बिंदु:
कार्रवाई पर कोई पछतावा नहीं (कम लागत/कम प्रयास लेकिन पर्याप्त लाभ)अपेक्षाकृत कम लागत और कम प्रयास में (अपेक्षित निर्भरताओं के मामले में)किए गए कार्य, जिनके पर्याप्त पर्यावरणीय और/या सामाजिक लाभ हैं।नई या अपडेटेड ज़ोनिंग/कोड की शुरुआतशहरी योजना और भवन निर्माण गतिविधि से संबंधित कोड, ज़ोनिंग आवश्यकताएं या उप-नियम शामिल हैं।शहरी योजना की प्रक्रियाएंजलवायु कार्य योजना का विकास, शून्य-ऊर्जा का मार्ग, मास्टर प्लान, ट्रांज़िट योजना, ऊर्जा मानचित्रण आदि जैसे शहरी अभियान शामिल हैं।हस्तक्षेप के प्रकार:
भवन और निर्मित स्वरूपसेक्टर:
भवन, लोक निर्माण
केस अध्ययन
प्रभाव
लक्षित लाभार्थी:
गर्मी से असुरक्षित समुदाय, निवासीप्रभाव का चरण:
जोखिम में कमी और शमनमेट्रिक्स:
अनुपालन करने वाले भवनों की संख्या, ऊर्जा उपभोग में परिवर्तन, ऊर्जा की बचत
क्रियान्वयन
हस्तक्षेप का स्तर:
शहरप्राधिकरण व प्रशासन:
नगर सरकारकार्यान्वयन की समयरेखा:
अल्पकालिक (1-2 वर्ष)कार्यान्वयन के हितधारक:
निजी डेवलपर, शहर की सरकार, संपत्ति के मालिक और प्रबंधकधन के स्रोत:
सार्वजनिक निवेशकार्य करने की क्षमता:
उच्च, मध्यमलाभ
लागत-लाभ:
कमसबका भला:
N/Aजीएचजी में कमी:
मध्यमसह-लाभ (जलवायु/पर्यावरण):
ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन को कम करेंसह-लाभ (सामाजिक/आर्थिक):
यूटिलिटी सेवाओं में बचत करें